दिमाग की एक-एक नस को आराम देंगे ये योगाभ्यास, चुटकी में फुर्र होगी टेंशन
Sandesh Wahak Digital Desk : योग के अनुसार किसी व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य में उसके भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक भलाई के लिए जरूरी वे सभी तत्व शामिल हैं जो व्यक्ति के विचारों, कार्यों, संबंधों और निर्णय लेने को प्रभावित करते हैं। तनाव, भय, आत्मविश्वास में कमी और तमाम तरह की चिंताएं मानसिक स्वास्थ्य को बिगाड़ सकते हैं।
थोड़ा बहुत चिंता और तनाव तो सामान्य बात है लेकिन जब ये भावनाएं रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करने लगे, तो इसे खतरे की घंटी माना जाना चाहिए। 21 जून को अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा। जहां तक योग की बात है, योग में ऐसी कई तकनीक हैं जो मन को ठीक करने का तरीका देती हैं, शांति और विश्राम को बढ़ावा देती है।
इंडियन योग एसोसिएशन की प्रेसिडेंट और द योगा इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर डॉ. हंसाजी योगेंद्र के अनुसार, योगाभ्यास से मानसिक स्वास्थ्य में सुधार किया जा सकता है। अशांत मन को शांत करने के लिए आपको नीचे बताए अभ्यास करने चाहिए।
मत्स्यासन और सेतुबंधासन :
इसे करने के लिए सहारे के साथ पीछे की ओर झुकें और सामान्य रूप से सांस लेते हुए हाथों को सिर के ऊपर उठाएं। सेतुबंधासन करने के लिए अपने कंधों, बाहों और पैरों पर अपने वजन को संभालते हुए अपनी पीठ को फर्श से ऊपर उठाएं।
पश्चिमोत्तानासन और शवासन :
इसे करने के लिए पीछे की ओर झुकें और फिर अपने पैर की अंगुलियों को छूने के लिए आगे झुकें, नियमित अभ्यास के साथ धीरे-धीरे इसमें महारत मिल जाती है। शवासन करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं। अपने शरीर के विभिन्न हिस्सों पर ध्यान देते हुए 10-15 मिनट के लिए होशपूर्वक आराम करें।
भ्रामरी और कपालभाति :
आराम से बैठ जाएं और सांस छोडऩे के साथ भंवरे जैसी गुनगुनाहट करते हुए होठों से कंपन पैदा करें। कपालभाति करने के लिए तेज गति से श्वास लें और छोड़ें, 3 से 5 राउंड अभ्यास करें।
डायाफ्रामिक श्वास और कपाल रंध्र धौति :
अपने पेट को फैलाते और सिकोड़ते हुए 5-10 राउंड तक गहरी सांस लें। कपाल रंध्र धौति करने के लिए अपने माथे और आंखों के नीचे वाले हिस्से को रगड़ें और कानों के आगे और पीछे की मालिश करें।
अनित्य भावना और प्रतिपक्ष भावना :
अनित्य भावना में चीजों की नश्वरता पर चिंतन करें और अपने अंदर और बाहर हो रहे परिवर्तनों का साक्षी भाव से निरीक्षण करें। प्रतिपक्ष भावना में नकारात्मक विचारों और भावनाओं को सकारात्मक विचारों से बदलें, जीवन को लेकर एक नया दृष्टिकोण विकसित करें।
Also Read : ब्रेकफास्ट में खाते हैं Bread तो हो जाएँ सावधान, झेलनी पड़ेंगी ये परेशानियाँ