कैसे होता है Brain Tumor, जानें इसके कारण और लक्षण

दिमाग में गांठ यानी ब्रेन ट्यूमर (Brain Tumor) का नाम आते ही एक अजीब सा डर सबके दिल में समा जाता है और हो भी क्यों नहीं? इसमें तो कोई शक ही नहीं कि ये एक खतरनाक बीमारी है।

Sandesh Wahak Digital Desk: दिमाग में गांठ यानी ब्रेन ट्यूमर (Brain Tumor) का नाम आते ही एक अजीब सा डर सबके दिल में समा जाता है और हो भी क्यों नहीं? इसमें तो कोई शक ही नहीं कि ये एक खतरनाक बीमारी है। वैसे तो ट्यूमर को आमतौर पर कैंसर से जोड़कर देखा जाता है। हालांकि हर ट्यूमर कैंसर के लिए जिम्मेदार नहीं होता, फिर भी यह बहुत घातक होता है। ब्रेन ट्यूमर बहुत ही खतरनाक बीमारी है जो सिर्फ मस्तिष्क को ही प्रभावित नहीं करती, बल्कि इसका असर पूरे शरीर पर होता है, क्योंकि मस्तिष्क ही पूरे शरीर को संचालित करती है। समय रहते इसके लक्षणों की पहचान कर इलाज करना बहुत ज़रूरी है।

मस्तिष्क में कोशिकाओं के असामान्य रूप से बढ़ने पर जो गांठ बन जाती है उसे ही “ब्रेन ट्यूमर” कहते हैं। इसमें मस्तिष्क के खास हिस्से में कोशिकाओं का गुच्छा बन जाता है। यह कई बार कैंसर की गांठ में तब्दील हो जाता है, इसलिए ब्रेन ट्यूमर को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। आइए आज “वर्ल्ड ब्रेन टयूमर डे” के अवसर पर इसी विषय को लेकर विस्तार से बताते हैं।

Brain Tumor के कारण

ब्रेन ट्यूमर के असली कारण का ठीक-ठीक पता नहीं चल पाया है, लेकिन कुछ कारण इसके लिए जिम्मेदार माने जाते हैं जैसे- गलत जीवनशैली, खाने-पीने की चीज़ों में मिला केमिकल और प्रदूषण, मोबाइल का अत्यधिक उपयोग, अपने कानों में बराबर ईयर फोन लगाए रखना, अनुवांशिक कारण या फिर किसी बीमारी के इलाज में इस्तेमाल होने रेडियएशन के कारण भी ब्रेन ट्यूमर हो सकता है।

लक्षण

  • सुबह उठने पर अक्सर उल्टी होना।
  • सिर में बराबर दर्द बना रहना ब्रेन ट्यूमर का सबसे बड़ा संकेत है। अक्सर मरीज़ों को सुबह सिर में तेज दर्द की शिकायत होती है, जिसे कई बार लोग माइग्रेन समझ लेते हैं।
  • यदि सैरिब्रम में ट्यूमर है तो शरीर का बैलेंस बनाए रखने में मुश्किल आती है।
  • मस्तिष्क के पराइटल लोब में ट्यूमर होने पर पीड़ित रोज़मर्रा के काम करने में भी दिक्कत होती है।
  • ब्रेन ट्यूमर होने पर पीड़ित को मिर्गी की तरह ही दौरे पड़ते हैं और वह बार-बार बेहोश हो जाता है।
  • यदि बोलने की क्षमता प्रभावित होने लगे, याददाशत कम होने लगे या आंखों की रोशनी कम होने लगे तो यह ब्रेन ट्यूमर का संकेत हो सकता है।
  • चेहरे के कुछ हिस्से में कमजोरी महसूस होना और अचानक वजन बढ़ना भी ब्रेन ट्यूमर का संकेत हो सकता है।

बचाव

  • विटामिन-सी से भरपूर चीज़ें खाएं, क्योंकि यह ब्रेन कैंसर के मरीजों के ट्यूमर को तेजी से खत्म करने में मदद करता है।
  • ब्रेन ट्यूमर से पूरी तरह से बचने के लिये केमिकल युक्त और मिलावटी खाने से बचने की कोशिश करना बहुत ज़रूरी है ।
  • नींद पूरी करें, क्योंकि नर्वस सिस्टम के ठीक से काम करने के लिए भरपूर नींद ज़रूरी है।
  • अपने भोजन में विटामिन्स (विटामिन-सी, के और ई) और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर चीज़ें शामिल कर।
  • पैक्ड और जंकफूड से पूरी तरह दूर रहें और खूब पानी पीएं।
  • मोबाइल का जब आवश्यक हो तब ही उपयोग करें। कानों में ईयर फोन हमेशा ना लगाए रखें।

क्या करें

  • पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखें।
  • रोगी के आस-पास की जगह को अच्छे से साफ रखें।
  • स्वस्थ जीवनशैली के साथ स्वस्थ व पौष्टिक आहार दें और नियमित रूप से थोड़ा योग व्यायाम करने के लिए प्रेरित करें।
  • आरामदायक कपडे पहनें, जिससे शरीर को हवा मिलती रहे।
  • किसी भी प्रकार के तनाव से अपने आप को दूर रखें।
  • हल्के गुनगुने गर्म पानी से ही स्नान करें।

क्या न करें

  • सुस्ती भरी जीवनशैली न अपनाए।
  • बिना चिकित्सक से पूछ कर कोई भी पेन किलर अथवा अन्य दवाई ना लें।
  • किसी भी प्रकार के मादक द्रव्य से परहेज करें।
  • बहुत ज्यादा तैलीय मिर्च मसालेदार चीजों से भी परहेज करें।

चिकित्सा

ब्रेन ट्यूमर (Brain Tumor) के लिए उपयोग की जाने वाली होम्योपैथिक दवाओं का असरदार प्रभाव देखा गया है। होम्योपैथी ऐसा उपचार है, जिससे व्यक्ति का प्राकृतिक और सुरक्षित तरीके से कम से कम दुष्प्रभावों के साथ इलाज किया जाता है। होम्योपैथी से ट्यूमर को बढ़ने से रोका जा सकता है और इनके लगातार सेवन से ट्यूमर बनने की संभावना को कम किया जा सकता है।

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