Uttar Pradesh: कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश अध्यक्ष को दिया झटका!
कांग्रेस हाईकमान ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष (Uttar Pradesh Congress President) को जोर को झटका धीरे से दिया है।
Sandesh Wahak Digital Desk/Rakeh Ydav: कांग्रेस हाईकमान ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष (Uttar Pradesh Congress President) को जोर को झटका धीरे से दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को प्रदेश की कमान संभाले हुए करीब छह माह से अधिक का समय बीत चुका है। इसके बावजूद वह अभी तक संगठन का ढांचा तैयार नहीं कर पाए। संगठन खड़ा नहीं कर पाने वाले प्रदेश अध्यक्ष के दो जनपदों के कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्ति का मामला कांग्रेस हाईकमान को इतना नागवार लगा कि उन्होंने एक ही झटके में इन दोनों की नियुक्तियों को निरस्त करने का फरमान जारी कर दिया।
निकाय चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन से आहत हाईकमान ने प्रदेश अध्यक्ष को दिल्ली तक तलब कर लिया। यह अलग बात है कि अब से मामले में पार्टी के नेताओं ने चुप्पी साध ली है।
करीब छह माह पूर्व बसपा छोडक़र कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी को कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में हाशिये पर चल रही पार्टी को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रदेश अध्यक्ष के साथ आला कमान ने छह प्रांतीय अध्यक्ष भी मनोनीत किए।
असंतुष्ट नेताओं ने कांग्रेस हाईकमान तक पहुंचाई बात
पार्टी जानकारों का कहना है कि छह माह से अधिक का समय बीत जाने के बावजूद प्रदेश अध्यक्ष अभी तक संगठन का प्रारूप तक तैयार नहीं कर पाए है। बताया गया है कि पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष खाबरी ने झांसी और जौनपुर जिलों में कार्यवाहक अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी। इन नियुक्तियों के लिए अनुमोदन तक नहीं लिया गया। एकाएक दो जिलों के कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त किए जाने की सूचना असंतुष्ट नेताओं ने कांग्रेस हाईकमान को भेजकर बताया कि कि यह नियुक्तियां अवैध तरीके से की गई है।
पार्टी प्रवक्ता ने कुछ भी बोलने से किया मना
दो जनपदों में कार्यवाहक अध्यक्षों की नियुक्ति को निरस्त किए जाने के संबंध में जब उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी से सम्पर्क करने का प्रयास किया तो कई बार के प्रयास के बाद भी उनका फोन नहीं उठा। इस संबंध में जब प्रदेश कांग्रेस के मीडिया संयोजक एवं प्रवक्ता अशोक सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने दो जिलों के अध्यक्षों की नियुक्तियों के निरस्त किए जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि पार्टी हाईकमान के निर्देश का पूरी तरह से अनुपालन करेगी। इसके अलावा उन्होंने इस मसले पर और कुछ भी बोलने से मना कर दिया।
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