Lucknow: बुकिंग का झांसा देकर Avadh Infraland ने हड़पे 22.37 लाख
शहीद पथ पर अवध एवेन्यू होटल के निर्माण का झांसा देकर अवध इंफ्रालेंड (Avadh Infraland) के सीएमडी ने महिला के 22.37 लाख रुपए हड़प लिए।
Sandesh Wahak Digital Desk: शहीद पथ पर अवध एवेन्यू होटल के निर्माण का झांसा देकर अवध इंफ्रालेंड (Avadh Infraland) के सीएमडी ने महिला के 22.37 लाख रुपए हड़प लिए। आरोपित ने निर्माण के बाद यूनिट देने का झांसा देकर फंसाया और एडवांस लेकर एमओयू साइन कराया। एडवांस निवेश पर एक साल तक ब्याज दिया। फिर ब्याज व मूल रकम हड़प ली। मांगने पर टालमटोल की गई। पीड़िता ने डीसीपी पूर्वी हृदेश कुमार से शिकायत की। जिसके बाद विभूतिखंड पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
इंस्पेक्टर राम सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। प्रयागराज के नैनी में मिथिलेश देवी परिवार के साथ रहती हैं। वह लखनऊ में एक स्टूडियो खोलना चाहती थी। वर्ष 2014 में विभूतिखंड स्थित अवध इंफ्रालेंड लिमिटेड (Avadh Infraland Limited located in Vibhutikhand) के बारे में पता चला। संपर्क किया तो उनकी मुलाकात सीएमडी कमलेश सिंह से हुई।
उन्होंने बताया कि सितंबर 2014 में उनके व अवध इंफ्रलेंड (Avadh Infraland) के सीएमडी कमलेश सिंह के बीच एक एमओयू साइन हुआ था। जिसके तहत कमलेश की कंपनी को लखनऊ के शहीद पथ अहिमामऊ में अवध एवेन्यू के नाम से एक होटल बनाना था।
प्रयागराज की महिला ने बुक कराई थी यूनिट
जिसमें पीड़िता ने योजना के तहत एडवांस में एक स्टूडियो (अब यूनिट) बुक कराया था। यूनिट बुकिंग के दौरान मिथिलेश देवी ने 13,35,791 रुपए चेक से पेमेंट किए थे। पीड़िता ने बताया कि भुगतान एडवांस था, लिहाजा कंपनी ने एग्रीमेंट के तहत जनवरी से दिसंबर 2015 तक उक्त रकम का ब्याज करीब एक लाख रुपए दिया। जनवरी 2016 से कंपनी ने ब्याज देना बंद कर दिया। पीड़िता ने संपर्क किया तो आरोपित कमलेश पहले टालमटोल करता रहा। बाद में कॉल रिसीव करना बंद कर दिया। परेशान पीड़िता पति राधारमण तिवारी संग शहीद पथ पहुंची लेकिन वहां कोई काम नहीं मिला।
डीसीपी के निर्देश पर विभूतिखंड थाने में रिपोर्ट दर्ज
पीड़िता ने बताया कि आरोपित पर 22,37,321 रुपए बकाया है, जो वह नहीं दे रहा है। पीड़िता के पति राधारमण व दूसरे निवेशक उर्मिला चौरसिया की मुलाकात कमलेश सिंह से अक्टूबर 2021 में हुई। आरोपित ने छह माह का वक्त मांगा, लेकिन फिर गायब हो गया। 22.37 लाख की ठगी का एहसास होने पर पीड़िता ने डीसीपी पूर्वी से मुलाकात कर शिकायत की। निर्देश पर विभूतिखंड पुलिस ने कमलेश सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी व गबन की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
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