केंद्रीय संचार विभाग ने विकसित किया ‘संचार साथी’ पोर्टल, जानें इसकी उपयोगिता
केंद्रीय संचार और रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 'संचार साथी' नामक एक नागरिक केंद्रित पोर्टल लॉन्च किया है।
Sandesh Wahak Digital Desk: केंद्रीय संचार और रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ‘संचार साथी’ नामक एक नागरिक केंद्रित पोर्टल लॉन्च किया है। पोर्टल का उद्देश्य मोबाइल कनेक्शन और दूरसंचार से संबंधित विभिन्न सुधार और सेवाएं प्रदान करना है। यह नई सेवा https://sancharsaathi.gov.in पर देखी जा सकती है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी का कहना है कि 117 करोड़ ग्राहकों के साथ, भारत दुनिया में दूसरे सबसे बड़े दूरसंचार पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में उभरा है। संचार के अलावा, हम नियमित रूप से बैंकिंग, मनोरंजन, सरकारी सेवाओं का लाभ उठाने आदि के लिए मोबाइल फोन का उपयोग कर रहे हैं। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि उपयोगकर्ताओं को पहचान की चोरी, जाली केवाईसी, मोबाइल उपकरणों की चोरी, बैंकिंग धोखाधड़ी आदि जैसी विभिन्न धोखाधड़ी से बचाया जाए।
संचार साथी से मिलेगी ये सुविधा
• उनके नाम पर पंजीकृत कनेक्शनों की जांच।
• अनावश्यक कनेक्शन की सूचना।
• चोरी/गुम हो चुके मोबाइल फोन को ब्लॉक करना।
• मोबाइल फोन खरीदने से पहले IMEI की सत्यता की जांच।
पोर्टल लांच करते हुए अश्विनी वैष्णव न कहा कि इस पूरे सिस्टम को दूरसंचार विभाग द्वारा इन-हाउस डिजाइन किया गया है और संचार साथी पोर्टल नागरिकों को धोखाधड़ी गतिविधियों से लड़ने के लिए सशक्त बनाता है।
सिस्टम में निम्नलिखित मॉड्यूल हैं
- यदि कोई मोबाइल उपकरण चोरी या गुम हो जाता है, तो उपयोगकर्ता पोर्टल पर IMEI नंबर जमा
कर सकता है। - उपयोगकर्ता द्वारा पुलिस शिकायत की एक प्रति के साथ प्रस्तुत की गई जानकारी को सत्यापित
किया जाता है। - प्रणाली दूरसंचार सेवा प्रदाताओं और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ एकीकृत है।
एक बार जानकारी सत्यापित हो जाने के बाद, सिस्टम चोरी हुए मोबाइल फोन को भारतीय नेटवर्क
में उपयोग किए जाने से ब्लॉक कर देता है। - अगर कोई चोरी हुए डिवाइस का उपयोग करने की कोशिश करता है, तो सिस्टम कानून प्रवर्तन
एजेंसियों (LEAs) को डिवाइस का पता लगाने की अनुमति देता है। - जब चोरी हुआ उपकरण बरामद हो जाता है, तो IMEI को पोर्टल पर अनब्लॉक किया जा सकता है।
सिस्टम चोरी/खोए हुए मोबाइल के उपयोग को रोकता है। - यह गलत या जाली आईएमईआई वाले मोबाइल को भारतीय नेटवर्क में इस्तेमाल होने से भी
रोकता है।Also Read: Indian Navy में नौकरी पाने का अवसर, चार्जमैन समेत कई पदों पर होगी भर्ती