यूपी के TOP 10 अपराधियों में दो शातिर लखनऊ जेल में बंद, कारागार व्यवस्था अस्त-व्यस्त
उत्तर प्रदेश के टॉप टेन (Top 10) अपराधियों की सूची में शामिल दो खूंखार अपराधी वर्तमान समय में राजधानी की जिला जेल में निरुद्ध हैं।
Sandesh Wahak Digital Desk: उत्तर प्रदेश के टॉप टेन (TOP 10) अपराधियों की सूची में शामिल दो खूंखार अपराधी वर्तमान समय में राजधानी की जिला जेल में निरुद्ध हैं। इसमें पशुधन घोटाले के कई आरोपी समेत विभाग के एक सेवानिवृत्त अधिकारी की पत्नी भी जेल में बंद है। इस कारण जेल की व्यवस्था पूरी तरह से अस्त-व्यस्त है। जेल में दर्जनों गंभीर घटनाएं होने के बावजूद शासन व जेल मुख्यालय के अधिकारियों ने किसी दोषी अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की हैं। ऐसा तब है जब जेलों में अनाधिकृत मुलाकात, अवैध वसूली, माफियाओं की मदद करने के आरोप में शासन ने तीन वरिष्ठ जेल अधीक्षकों को निलंबित कर दिया गया।
बीते दिनों शासन ने प्रदेश की चित्रकूट जेल में अनाधिकृत मुलाकात के मामले में पहले जेल अधीक्षक समेत सात जेलकर्मियों को निलंबित किया। इसके कुछ समय बाद ही कुछ को जेल भेज दिया गया। इसी प्रकार केंद्रीय कारागार नैनी जेल में तलाशी के दौरान भारी मात्रा में आपत्तिजनक वस्तुएं मिलने पर वरिष्ठ अधीक्षक शशिकांत सिंह, जेल में अनाधिकृत तरीके से मुलाकात कराने के मामले में वरिष्ठ अधीक्षक राजीव शुक्ला और बांदा जेल के वरिष्ठ अधीक्षक अविनाश गौतम को निलंबित किया गया।
लखनऊ जेल में हो चुकी हैं तमाम बड़ी घटनाएं
सूत्रों का कहना है कि राजधानी की जिला जेल में लंबे समय से जमे वरिष्ठ अधीक्षक के पौने चार साल के कार्यकाल के दौरान कैदियों की फरारी, विदेशी कैदी की गलत रिहाई और बंगलादेशी बंदियों की ढाका से फंडिंग का मामला जैसी तमाम घटनाएं हो चुकी हैं। इन घटनाओं के सुर्खियो में रहने के बाद भी शासन ने कोई कार्रवाई ही नहीं की।
यही नहीं जेल में दो राइटरों की भिड़ंत के बाद मिली सूचना पर जब जेल प्रशासन के अधिकारियों ने गल्ला गोदाम की तलाशी ली तो उसमें करीब 35 लाख रुपए की नगदी बरामद हुई। वहीं ढाका से होने वाली फंडिंग के मामले की जांच एटीएस ने शुरू की। इसी दौरान जेल प्रशासन के अधिकारियों ने एक विदेशी कैदी समेत तीन बंदियों की गलत रिहाई कर दी। पिछले दिनों जेल में बंदियों के हमले से घायल हुए एक बंदीरक्षक की उपचार के दौरान मौत हो गई।
यह प्रदेश की उस जेल का हाल है जिस जेल में वर्तमान समय में प्रदेश में टॉप टेन (TOP 10) अपराधियों की सूची में शामिल खुंखार अपराधी संजीव माहेश्वरी जीवा और माफिया डॉन मुख्तार अंसारी का बेटा उमर अंसारी बंद हैं।
जेल प्रशासन के अधिकारियों ने टॉप टेन के दो अपराधियों के जेल में होने की पुष्टि तो की लेकिन इसके अलावा और कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया।
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