कारनामा: महिला से 35 लाख वसूली करने वाले जेई को नहीं खोज पा रहा LDA
एक माह बाद भी पूरी नहीं हो सकी मामले की जांच, एलडीए (LDA) के इंजीनियरों का दावा, भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं दूसरी सेवा के जेई
Sandesh Wahak Digital Desk: लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) में अपने को जेई प्रदीप मिश्रा बताकर महिला से 35 लाख रुपए वसूलने वाले व्यक्ति के बारे में न तो एलडीए अफसर कुछ पता लगा पाए हैं, और न ही पुलिस कोई जानकारी जुटा पाई है। यह मामला एलडीए में इन दिनों काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। प्राधिकरण सेवा के एक इंजीनियर ने बताया कि एलडीए में दूसरी सेवा के इंजीनियर भी तैनात हैं। जिनपर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप भी हैं। प्राधिकरण का कोई भी काम हो ये इंजीनियर लोगों को आश्वासन देकर रकम वसूली में पीछे नहीं रहते हैं। रकम देने के बाद जिनका काम नहीं होता वो लोग अक्सर एलडीए में भटकते नजर आते हैं।
जानकारी के अनुसार कई शिकायतें भी अफसरों के पास पहुंच चुकी हैं मगर मामले में आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में एलडीए (LDA) से भ्रष्टाचार कैसे खत्म होगा इस सवाल का जवाब किसी अफसर के पास नहीं है।
LDA परिसर में ही फर्जीवाड़ा
गौरतलब है कि करीब एक माह पहले यहियागंज में मुर्तजा हुसैन रोड के निकट शिवमंदिर निवासी नीलम शुक्ला ने एलडीए उपाध्यक्ष डॉ इन्द्रमणि त्रिपाठी को इस मामले में शिकायत पत्र दिया था। महिला का आरोप है कि किसी व्यक्ति ने अपने को जेई प्रदीप शुक्ला बताकर उससे वर्ष 2017 से 2022 के बीच 30 लाख रुपए जेई ले लिए हैं। इस रकम कर महिला से कई टुकड़ों में प्राधिकरण की बिल्डिंग मे ही लिया गया। शिकायत के बाद जब उपाध्यक्ष ने पता कि तो जानकारी मिली की इस नाम का कोर्ई जेई एलडीए में तैनात नहीं रहा है। इस मामले की जांच अभी तक लम्बित है। माना जा रहा है कि किसी जेई या कर्मी ने अपना नाम बदलकर महिला से वसूली की है।
मामले की जांच चल रही है, जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्राधिकरण की छवि धूमिल करने वालों को चिन्हित कर लगातार कार्रवाई की जा रही है।
डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी, उपाध्यक्ष
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