संस्कृत के ‘पंडित’ बने चंदौली के इरफ़ान, 12वीं बोर्ड परीक्षा में किया टॉप
उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद की ओर से 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं।
Sandesh Wahak Digital Desk: उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद की ओर से 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। संस्कृत बोर्ड 12वीं (उत्तर मध्यमा-II) की परीक्षा में इरफान ने टाॅप किया है। उसे 82.71 फीसदी नंबर मिले हैं। चंदौली जिले के जिंदासपुर गांव का निवासी इरफ़ान के पिता स्नातक कर चुके हैं और खेती करते हैं। संस्कृत बोर्ड की परीक्षाएं 23 फरवरी से 20 मार्च तक हुई थी।
इरफान के पिता सलाउद्दीन खुश हैं कि उनके बेटे ने संस्कृत बोर्ड 12वीं परीक्षा में टाॅप किया है। इरफान कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं की परीक्षाओं में शीर्ष 20 स्कोर करने वालों में एकमात्र मुस्लिम छात्र हैं। 12वीं की परीक्षा में बैठने वाले 13,738 स्टूडेंट्स को इरफान ने पीछे छोड़ दिया है। वहीं संस्कृत बोर्ड 10वीं परीक्षा (पूर्व मध्यमा-द्वितीय) में बलिया जिले के आदित्य ने 92.50 प्रतिशत अंकों के साथ पहला स्थान प्राप्त किया।
सलाउद्दीन ने कहा- भाषा मायने नहीं रखती
जानकारी के अनुसार इरफ़ान के पिता सलाउद्दीन ने कहा कि मुझे खुशी हुई कि बेटे ने पढ़ाई के लिए एक अलग विषय चुना। यह एक अलग पसंद थी क्योंकि हम मुसलमान हैं, लेकिन वह इसके लिए उत्सुक था। उन्होंने कहा कि ये चीजें हमारे लिए मायने नहीं रखतीं।
वह शास्त्री (बी एड के समकक्ष) और आचार्य (एमए के समकक्ष) करना चाहता है और फिर संस्कृत शिक्षक बनना चाहता है। इरफान ने प्रभुपुर के श्री संपूर्णानंद संस्कृत उच्च माध्यमिक विद्यालय से पढ़ाई की है। सलाउद्दीन ने कहा कि हम इस सोच से सहमत नहीं हैं कि केवल हिंदुओं को संस्कृत का अध्ययन करना चाहिए और केवल मुसलमानों को उर्दू का अध्ययन करना चाहिए।
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