गैलेन्ट समूह : यूपी के आईएएस अफसरों ने खपायी करीब सौ करोड़ की काली कमाई
गैलेन्ट समूह के ठिकानों पर आयकर की मैराथन छापेमारी अंतिम दौर में, दिल्ली मुख्यालय को भेजी गोपनीय रिपोर्ट
Sandesh Wahak Digital Desk : गैलेन्ट समूह के पांच राज्यों के दर्जनों ठिकानों पर आयकर की मैराथन छापेमारी अंतिम कगार पर है। आयकर अफसरों ने इतनी बड़ी कार्रवाई को अंजाम देने के लिए दिन-रात एक कर दिया। नतीजतन न सिर्फ सरिया का निर्माण करने वाला गैलेन्ट ग्रुप बेनकाब हुआ बल्कि यूपी के उन आईएएस अफसरों के चेहरे से नकाब भी हट गया, जिनकी पर्दे के पीछे से बेहिसाब काली कमाई का निवेश रियल इस्टेट में किया गया है। माना जा रहा है कि आयकर विभाग मुख्यमंत्री को भी इन अफसरों से संबंधित रिपोर्ट भेज सकता है।
काली कमाई का निवेश करने वाले अफसरों में सभी फिलहाल सेवारत
आयकर अफसरों की प्रारम्भिक जांच में खुलासा हुआ है कि लखनऊ के महानगर स्थित शालीमार गैलेन्ट समेत कई अन्य जगहों पर यूपी के चंद चर्चित आईएएस अफसरों ने तकरीबन सौ करोड़ की काली कमाई का निवेश कराया है। ये भारी रकम जिन अफसरों ने लगाई है, उनमें अपर मुख्य सचिव स्तर के वरिष्ठ आईएएस भी शामिल हैं। जो अहम तैनाती पर हैं। काली कमाई का निवेश करने वाले अफसरों में सभी फिलहाल सेवारत हैं।
नौकरशाहों के बारे में प्रारम्भिक रिपोर्ट सीधे दिल्ली स्थित मुख्यालय भी रविवार को ही भेजी गयी है। इस रिपोर्ट में समूह के संचालकों और साझीदारों के पास से मिले व्हाट्सएप चैट व दस्तावेज शामिल है। इससे पार्टनरशिप भी सामने आती दिख रही है। इसमें गैलेन्ट समूह का भी पूरा ब्योरा मौजूद है। तकरीबन सात अरब की कर चोरी के शुरुआती साक्ष्य आयकर अफसरों के हाथ लगे हैं। लखनऊ स्थित आयकर दफ्तर में रविवार को आगे की कार्रवाई को लेकर घंटों मंथन भी हुआ।
वरिष्ठ आईएएस अफसरों के खिलाफ की जायेगी कार्रवाई
इसमें निष्कर्ष निकला कि आपरेशन बाबू साहेब के तहत इन वरिष्ठ आईएएस अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। जिसका अनुमोदन भी दिल्ली स्थित आयकर मुख्यालय से मांगा जाएगा। लेकिन जल्द ही आयकर विभाग इन अफसरों को पूछताछ के लिए बुला सकता है। हालांकि आयकर विभाग को भारी मात्रा में डिजिटल डेटा भी हाथ लगा है। जिसकी गहराई से जांच की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग के हाथ कई विवादित सम्पत्तियों की सूची लगी है। जिनमें इन अफसरों की काली कमाई खपाई गयी है। ये सूची 250 सम्पत्तियों की सूची से अलग है। आयकर टीमें अभी गुजरात, कोलकाता, गोरखपुर, लखनऊ में करीब ढाई दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर जुटी ही हैं। खुद बड़े अफसर भी फील्ड पर हैं। अपने बयानों में गैलेन्ट समूह के कर्ताधर्ता विरोधाभासी बातें कर रहे हैं।
खासतौर पर अफसरों के साथ भारी मात्रा में गैलेन्ट समूह के लेनदेन के प्रमाण पर उन्होंने चप्पी साध रखी है। सोमवार को कई और बैंक लाकर खोलने की तैयारी के साथ 80 से अधिक खातों को फ्रीज करने की कार्रवाई शुरू हो सकती है।
गोरखपुर में छापों की गोपनीयता बरकरार रखने का नया अंदाज
गोरखपुर में आयकर ने छापों की गोपनीयता को बरकरार रखने के लिए अनोखा तरीका अपनाया था। 25 अप्रैल से दो मई की तारीखें लिखवाये बैनरों को आयकर अफसरों की गाडिय़ों पर लगवाया गया। ये बैनर श्री राम जानकी यात्रा अयोध्या जनकपुर के थे। जिसकी आयकर विभाग में बड़ी चर्चा है।
एक एजेंसी के पास पहले ही आयी थी इन अफसरों की शिकायत
काली कमाई खपाने वाले वरिष्ठ अफसरों और गैलेन्ट गु्रप की साठगांठ से जुड़ी गंभीर शिकायत पहले एक जांच एजेंसी के पास आयी थी। लेकिन एजेंसी के बड़े अफसरों ने इसकी जांच करने से हाथ पीछे खींच लिए। इसमें तीन वरिष्ठ आईएएस अफसरों का प्रमुख रूप से जिक्र था। जो अहम पदों पर तैनात हैं।
Also Read :- UP: कब तक जारी रहेगा हजारों करोड़ के पीएफ घोटाले की जांच से खिलवाड़ !