लापरवाही: लाखों की लागत से बने Health ATM भगवान भरोसे, जिम्मेदार मौन!
लखनऊ शहर में लाखों की लागत से तैयार किए गए किसी भी हेल्थ एटीएम (Health ATM) पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं है।
Sandesh Wahak Digital Desk। लखनऊ शहर में लाखों की लागत से तैयार किए गए किसी भी हेल्थ एटीएम (Health ATM) पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं है या यूं कहें कि सभी हेल्थ एटीएम राम भरोसे हैं तो गलत नहीं होगा। हाल ही में हाथी पार्क स्थित हेल्थ एटीएम में चोरी की घटना हुई थी, जिसमें कई महंगे उपकरण चोर चुरा कर ले गए थे, जिसमें स्टेबलाइजर, फैन, वेट मशीन, फस्र्ट एड बॉक्स की चोरी हुई थी और हेल्थ एटीएम पर लगे एसी को भी चोरों ने चुराने की कोशिश की।
इसी तरह कई अन्य एटीएम पर भी चोर हाथ साफ कर चुक हैं लेकिन फिर भी प्रशासन की नींद नहीं टूट रही है। अगर हेल्थ एटीएम पर सीसीटीवी कैमरे लगे होते तो चोरों की पहचान हो जाती और सभी चोर पुलिस के गिरफ्त में होते। लेकिन स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के नाम पर महज औपचारिकता निभाई जा रही हैं। शहर तो कैमरे की निगरानी में होने वाला है लेकिन हेल्थ एटीएम पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं है।
प्रशासन पर बड़ा सवालिया निशान
वहीं महिला सुरक्षा के दावे भी हवा हवाई साबित हो रहे हैं क्योंकि कई हेल्थ एटीएम पर महिला ऑपरेटर भी कार्यरत हैं जो हेल्थ एटीएम पर आए हुए लोगों की जांच करती हैं, लेकिन महिला सुरक्षा के लिहाज से भी हेल्थ एटीएम पर इंतजाम नहीं है। हाथी पार्क जैसी घटनाएं तो बानगी भर हैं। चूंकि किसी भी हेल्थ एटीएम पर सीसीटीवी जैसी सुविधाएं नहीं हैं और इन हेल्थ एटीएम में कई महंगे उपकरण रखे हुए हैं जिससे जनता की जांच की जाती है, ऐसे में अगर हेल्थ एटीएम पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं तो यह हमेशा चोरों के साफ्ट टारगेट बने रहेंगे। ऐसे में प्रशासन पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा होता है।
शहर में कितने Health ATM
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में 100 हेल्थ एटीएम बनाए गए हैं जिनमें से 75 क्रियाशील हैं। वहीं सीएमओ कार्यालय द्वारा तीन हेल्थ एटीएम चलाए जा रहे हैं वहीं 20 हेल्थ एटीएम का संचालन भी जल्द किया जाना प्रस्तावित है। इस योजना का बजट कुल 33 करोड़ रुपए है और सभी हेल्थ एटीएम में जांच के लिए एसजीपीजीआई का पैरामेडिकल स्टाफ तैनात है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले 6 महीने में 27,281 लोग हेल्थ एटीएम पर जांच कराने आ चुके हैं, जिनमें से 6,224 लोगों ने टेलीकंसल्टेशन के तहत पीजीआई के डाक्टरों से परामर्श लिया है।
किन-किन जांचों के किए गए थे वादे
हेल्थ एटीएम पर बेसिक हेल्थ चेकअप, रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट करने का बोर्ड लगा है। इसमें ईसीजी, लिपिड प्रोफाइल, ब्लड शुगर, हिमोग्लोबिन, प्रेगनेंसी, यूरिन, टाइफाइड, मलेरिया, डेंगू, स्किन चेकअप, त्वचा परीक्षण समेत कई अन्य जांच होने के दावे किए गए थे। मगर इनमें से कोई भी जांच एटीएम में नहीं हो रही है। हेल्थ एटीएम में केवल बीपी, टेंपरेचर, पल्स रेट, लंबाई और वजन ही नापा जा रहा है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
जब इस मामले पर स्मार्ट सिटी कार्यालय के पदाधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया कि कैमरे लगने में लगभग छह महीने तक का वक्त लग जाएगा। टेंडर प्रक्रिया का मसौदा तैयार किया जा रहा है। आचार संहिता हटने के बाद इस मामले पर तेजी से काम किया जाएगा।
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