काजीरंगा नेशनल पार्क में अगर इन खास जगहों को नहीं देखा तो अधूरा है रोमांच
संदेशवाहक डिजिटल डेस्क। अगर आप भी असम की खूबसूरती का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो आपको काजीरंगा नेशनल पार्क जरूर जाना चाहिए। प्रकृति प्रेमी और एडवेंचर के शौकीन लोगों के लिए काजीरंगा नेशनल पार्क बेस्ट जगह है। यहां पर आप जीप सफारी का भी लुत्फ उठा सकते हैं।
जीप सफारी
अगर आप भी नेशनल पार्क का बेहतरीन दौरा करना चाहते हैं। साथ ही यहां पर कई दुर्लभ जीव-जन्तुओं को देखना चाहते हैं। तो आप जीप सफारी का लुत्फ उठा सकते हैं। काजीरंगा नेशनल पार्क के 4 क्षेत्रों में आप जीप सफारी करते हुए एक सींग वाले गैंडे के अलावा अन्य विदेशी जानवरों और बेहतरीन दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। नेशनल पार्क के इन 4 जोन में कोहोरा में सेंट्रल रेंज में मिहिमुख, अगराटोली में पूर्वी रेंज में अगराटोली, घोराकाटी में बुरापहाड़ रेंज में घोराकाटी और बागोरी में पश्चिमी रेंज में बागोरी है।
अनोखे पक्षी
एक ओर जहां काजीरंगा ब्रह्मपुत्र नदी के साथ अपनी सीमा को बांटता है। इसके अलावा आपको इस पार्क में पक्षियों की विभिन्न प्रजातियां भी देखने को मिलेगी। अगर आप भी बर्ड लवर हैं तो यह नेशनल पार्क आपको निराश नहीं करेगा। पानी के लैगून की संख्या के चलते यहां की पूर्वी सीमा पक्षियों को देखने के लिए सबसे अनुकूल जगह है। इस दौरान यहां पर व्हिसलिंग टील, ग्रेटर एडजुटेंट स्टॉर्क और पेलिकन के अलावा कुछ अनोखे पक्षियों को भी देख सकते हैं। साथ ही इन्हें अपने कैमरे में भी कैद कर सकते हैं।
एलिफेंट सफारी
काजीरंगा नेशनल पार्क में जीप सफारी बेहद आम है। लेकिन अगर आप यहां पर कुछ अलग एक्सपीरियंस करना चाहते हैं तो आप एलिफेंट सफारी का लुत्फ उठा सकते हैं। यह एडवेंचर्स से भरपूर है। इस दौरान आप एलिफेंट सफारी का लुत्फ उठाते हुए जंगल और अन्य वन्य जीवों को काफी करीब से देख सकते हैं।
काजीरंगा ऑर्किड नेशनल पार्क
सेंट्रल रेंज के पास यह एक सुंदर ऑर्किड पार्क है। यहां पर आपको प्राकृतिक सुंदरता देखने को मिलेगी। इस पार्क में ऑर्किड की करीब 500 प्रजातियां देखने को मिलेंगी। इन प्रजातियों को देखने का एक्सपीरियंस आप पूरी जिंदगी नहीं भूल पाएंगे। इसमें बांस की 46 प्रजातियां, पत्तेदार सब्जियों और खट्टे फलों की 132 प्रजातियां और स्थानीय मछलियों की विभिन्न प्रजातियां भी हैं। यह एक बेहतरीन पार्क है। यहां पर आने वालों पर्यटकों के लिए शाम के समय कल्चरल प्रोग्राम भी आयोजित किया जाता है। यह कल्चरल प्रोग्राम असम की विरासत और संस्कृति को दर्शाता है।
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