Corruption की भेंट चढ़ गये निर्माणाधीन ‘इज्जत घर’, मानकों की उड़ी धज्जियाँ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार (Corruption) पर नकेल कसने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर भ्रष्टाचार के दलदल में डूबे कुछ अधिकारी, कर्मचारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।
संदेशवाहक डिजिटल डेस्क। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार (Corruption) पर नकेल कसने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर भ्रष्टाचार के दलदल में डूबे कुछ अधिकारी, कर्मचारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। सरोजनीनगर ब्लाक के सादुल्लाहनगर गांव में प्राथमिक विद्यालय एवं सामुदायिक शौचालय के निर्माण कार्य को शुरू हुए लगभग डेढ़ वर्ष हो गए हैं, लेकिन अभी भी आधा अधूरा पड़ा हुआ है। इतना ही नहीं इसमें जहां पुरानी ईटों का इस्तेमाल जहां किया जा रहा है तो वहीं पीली ईंट भी लगाई जा रही है, जिससे मानकों की ऐसी की तैसी हो रही है। इसकी शिकायत गांव के लोगों ने मुख्यमंत्री से लिखित रूप से की है।
लोगों का कहना है कि विकासखंड सरोजनीनगर क्षेत्र के सादुल्लाहनगर गांव में ग्राम प्रधान एवं पंचायत सेके्रट्री तथा ब्लाक के भ्रष्ट अधिकारियों की साठगांठ के चलते शौचालयों में किस तरीके से मानकों को ताक पर रखकर निर्माण कार्य कराया जा रहा है, इसकी हकीकत किसी से छिपी नहीं है।
डेढ़ वर्ष बीत जाने के बाद भी उपेक्षित है इज्जत घर
सादुल्लाहनगर गांव में सामुदायिक शौचालय एवं प्राथमिक विद्यालय में बन रहे शौचालय के निर्माण कार्य को लगभग डेढ़ वर्ष बीत चुके हैं, परंतु इसके बावजूद अभी तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया। इसमें लगाई जा रही सामग्री पूरी तरीके से घटिया इस्तेमाल की जा रही है जिससे निर्माण कार्य पूरा होने के पहले ही जो निर्माण कार्य हुआ है, वह गिरकर धराशाई होने लगा है।
बेधडक़ होकर किया जा रहा Corruption
गांव के निर्भय व जितेन्द्र कुमार ने मंगलवार को मुख्यमंत्री पोर्टल (Chief Minister Portal) पर शिकायत की है कि ग्राम प्रधान एवं पंचायत सेक्रेट्री तथा ब्लॉक के अधिकारियों की मिलीभगत से शौचालय के नाम पर लाखों रुपए का बंदरबांट कर डकारा जा रहा है, जिससे शौचालयों का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है। अधूरे पड़े शौचालयों में इतना घटिया कार्य कराया जा रहा है, जिसको कोई सोच भी नहीं सकता है। निर्भय एवं जितेन्द्र कुमार सहित अन्य ग्रामीणों का आरोप है कि शौचालय में हो रहे निर्माण कार्य में पुरानी ईटों का इस्तेमाल किया जा रहा है, इतना ही नहीं पीली ईंट भी लगाई जा रही हैं। मानक के अनुरूप कोई भी कार्य नहीं किया गया है। इससे पता चलता है कि किस तरीके से बेधडक़ होकर भ्रष्टाचार (Corruption) किया जा रहा है।
मानकों का हो रहा खुलेआम उल्लंघन
गांव के लोगों का आरोप है कि ग्राम प्रधान, पंचायत सेक्रेट्री, ब्लाक के अधिकारी मिलकर इन शौचालयों में खुलेआम शासन द्वारा निर्धारित किए गए मानकों का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं। जब इनसे इसकी शिकायत की जाती है तो यह लोग कहते हैं कि जहां पर जाकर शिकायत करना हो करें।
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