प्रेगनेंसी में क्यों जरूरी है Vitamin D, नहीं लेती हैं तो संभल जाइए; आ सकती हैं गंभीर परेशानियां
आजकल विटामिन डी (Vitamin D) की कमी होना आम समस्या है। विटामिन डी की कमी कई सारी सा रोग आने के संकेत भी हैं।
संदेशवाहक डिजिटल डेस्क। आजकल विटामिन डी (Vitamin D) की कमी होना आम समस्या है। विटामिन डी की कमी कई सारी सा रोग आने के संकेत भी हैं। इसलिए आपको जानना जरुरी है कि विटामिन डी की कमी के लक्षणों की जानकारी और विटामिन डी की कमी पूरा करने के लिए क्या खाना चाहिए। कई सारे बीमारियों और दिक्कतों का कारण विटामिन डी की कमी होना देखा गया है। विटामिन डी का सबसे अच्छा मुफ़्त स्रोत सूरज की खुली धूप है और खाने-पीने की कुछ चीजें हैं।
लेकिन लोग सुबह ऑफिस चले गये, दिन भर ऑफिस में बंद और रात को वापिस आये। धूप लेने का टाइम है ही नहीं। औरतें भी घरों में दिन भर बंद रहती है, घर में छत है तो भी धूप नहीं लेती। बाहर जाने पर हमेशा सनस्क्रीन क्रीम लगाना भी ठीक नहीं है। नतीजा डॉक्टर को विटामिन डी की दवा देनी पड़ती है जबकि इसका मुफ्त इलाज मौजूद है।
Vitamin D की कमी के क्या-क्या लक्षण हो सकते हैं?
- अगर आपको टेंशन, डिप्रेशन या तनाव की समस्या है या आप बुझे-बुझे से रहते हैं, किसी काम में मन नहीं लगता तो आपमें विटामिन डी की कमी हो सकती है। इसके उपचार के लिए आप रोज 15-30 मिनट धूप लें। मनोवैज्ञानिक भी अपने मरीजों को धूप लेने की सलाह देते हैं। खुली धूप में रहने से खून में सेरोटोनिन हार्मोन बनता है, जिससे मूड अच्छा होता है।
- इसमें आपको थकान बहुत लगती है। हड्डी कमजोर होना, बोन फ्रैक्चर, मसल्स में खिंचाव, जोड़ों में दर्द, हड्डी का दर्द जैसे पीठ दर्द, पैर दर्द, कमर दर्द आदि होता है। विटामिन डी (Vitamin D) की कमी से औरतों में बाल झड़ने की समस्या भी होती है।
- आपको पसीना बहुत आता है। शरीर का तापमान (Temperature) भी करीब 98.6 डिग्री के आसपास बना रहता है।
- इसकी कमी से आप अक्सर बीमार रहते हैं।
- आपको चोट, सर्जरी, इन्फेक्शन की वजह से होने वाले घाव ठीक होने में ज्यादा समय लगता है।
- विटामिन डी की कमी से आपका ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर लाल (Blood Sugar level) हाई बना रहता है। हाई ब्लड प्रेशर से हार्ट की बीमारी, हार्ट अटैक आदि हो जाता है और हाई शुगर लेवल से डायबिटीज हो सकता है।
- विटामिन डी की कमी से वजन बढ़ना भी देखा गया है।
Vitamin D की कमी से होने वाली बीमारियाँ
- हृदय की बीमारी
- कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता
- जोड़ों में दर्द, हाथ-पैर दर्द
- मांशपेशियों की कमजोरी
- मल्टिपल सिरोसिस
- एक्जिमा
- थकान या थका-थका फील होना
- डायबिटीज
- डेमेंशिया (याददाश्त कमजोर होना)
- डिप्रेशन और टेंशन
- मोटापा
- कैंसर
- टीबी
विटामिन डी की कमी से सबसे ज्यादा हड्डियों की बीमारी होती हैं। विटामिन डी की कमी से होने वाला मुख्य रोग रिकेट्स (Rickets) है। रिकेट्स की बीमारी में बोन टिश्यू सही तरह बन नहीं पाते और हड्डियाँ कमजोर हो जाती है। रिकेट्स की वजह से शारीरिक अंग टेढ़े-मेढ़े हो सकते हैं व शरीर के अस्थि-पंजर, पोस्चर खराब हो जाता है। विटामिन डी हमारे भोजन से कैल्शियम को सोखकर बॉडी में मिलाता है। इसलिए विटामिन डी शरीर और खून में कैल्शियम का सही लेवल बनाये रखने के लिए बहुत जरुरी है जिससे कि हड्डियाँ मजबूत बनी रहे।
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