Uttar Pradesh: दलितों को गेस्ट हाउस कांड का सच बताएगी भाजपा
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भाजपा चर्चित गेस्ट हाउस कांड मामले को लेकर दलितों को लुभाने के एक नये मंसूबे पर काम कर रही है।
संदेशवाहक डिजिटल डेस्क। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भाजपा चर्चित गेस्ट हाउस कांड मामले को लेकर दलितों को लुभाने के एक नये मंसूबे पर काम कर रही है। उत्तर प्रदेश में भाजपा अनुसूचित जाति/जनजाति मोर्चा आगामी 14 अप्रैल को एक प्रदेशव्यापी अभियान चलाकर दलितों को बतायेगा कि भाजपा नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी ने गेस्ट हाउस कांड के दौरान सपा कार्यकर्ताओं से बसपा की मौजूदा मुखिया मायावती की जान कैसे बचायी थी।
वहीं, विपक्ष ने इसे भाजपा का हथकंडा करार देते हुए कहा है कि सत्तारूढ़ दल को यह आंदोलन चलाने के बजाय प्रदेश में दलितों पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिये काम करना चाहिये।
अम्बेडकर जयंती के अवसर पर अभियान शुरू करेगी भाजपा
प्रदेश भाजपा एससी/एसटी के अध्यक्ष राम चंद्र कनौजिया ने कहा, 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयंती के अवसर पर अभियान शुरू करके दलितों को बतायेंगे कि भाजपा नेता ने किस तरह से गेस्ट हाउस कांड (Guest house incident) के दौरान मायावती को सपा कार्यकर्ताओं के चंगुल से छुड़ाकर उनकी जान बचायी थी। यह अभियान पांच मई तक चलेगा। उन्होंने कहा वर्ष 1995 में जब गेस्ट हाउस कांड हुआ था, तब हमारे नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी मौके पर पहुंचे थे और मायावती की जान बचायी थी और आज वह बोल रही हैं कि अगर वह कांड नहीं हुआ होता तो सपा और बसपा का गठबंधन आज भी कायम रहता।
1995 में हुआ था गेस्ट हाउस कांड
गौरतलब है कि वर्ष 1995 में गठबंधन सरकार से बसपा के समर्थन वापस ले लेने से उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व वाली सरकार अल्पमत में आ गयी थी। इसी दौरान दो जून 1995 को मायावती अपने विधायकों के साथ लखनऊ के मीराबाई मार्ग स्थित स्टेट गेस्ट हाउस के एक कमरे में अपने विधायकों से बात कर रही थीं। आरोप है कि तभी सपा कार्यकर्ताओं की भीड़ ने उन पर हमला कर दिया था और इस घटना में मायावती की जान बमुश्किल बच सकी थी।
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