फ्रांस में 8 इस्लामी कट्टरपंथी दोषी करार, शिक्षक की सिर कलम करने वाली घटना ने झकझोरा, पूरा मामला जानकर कांप उठेगी रूह
Sandesh Wahak Digital Desk: फ्रांस की आतंकवाद रोधी अदालत ने 2020 में एक शिक्षक सैमुअल पैटी की सिर कलम कर हत्या करने के मामले में 8 आरोपियों को दोषी ठहराया है। यह मामला अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बहस और इस्लामी कट्टरपंथ की भयावहता को उजागर करता है।
क्या है पूरा मामला?
16 अक्टूबर 2020 को सैमुअल पैटी (47), जो एक स्कूल शिक्षक थे, की हत्या उनके स्कूल के बाहर कर दी गई थी। आरोप है कि पैटी ने अपने छात्रों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर चर्चा के दौरान पैगंबर मोहम्मद के कार्टून दिखाए थे। इसके बाद चेचन मूल के 18 वर्षीय हमलावर ने इस घटना को अंजाम दिया। हमलावर को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था। बता दे, इस घटना से पहले सोशल मीडिया पर पैटी के खिलाफ नफरत भरा अभियान चलाया गया था, जिसमें आरोप लगाया गया कि उन्होंने इस्लाम का अपमान किया है।
कड़ी सजा सुनाई गई
– आरोपियों में से दो, नैम बौदाउद (22) और अजीम एप्सिरखानोव (23), को हत्या में मिलीभगत का दोषी पाया गया और 16-16 साल की सजा सुनाई गई।
– ब्राहिम चनीना (52), जो उस छात्रा का पिता है जिसके झूठे बयान ने पैटी की हत्या को भड़काया, को 13 साल की सजा सुनाई गई।
– मुस्लिम धर्म प्रचारक अब्देलहकीम सेफ्रीउई को 15 साल की सजा दी गई, जिन्होंने पैटी के खिलाफ ऑनलाइन नफरत फैलाने का काम किया।
13 साल की लड़की के झूठ से फैला विवाद
ब्राहिम की बेटी, जिसने दावा किया था कि पैटी ने उसे कार्टून दिखाने के लिए कक्षा से बाहर कर दिया, इस मामले की मुख्य गवाह थी। बाद में पता चला कि वह उस कक्षा में थी ही नहीं और उसने अपने पिता से झूठ बोला था। बता दे, फ्रांस की विशेष अदालत ने इस केस पर फैसला सुनाते वक्त कड़े सुरक्षा इंतजाम किए। न्यायालय कक्ष में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।