फूड प्वाइजनिंग से 70 छात्राएं बीमार, मामले को दबाने में जुटा बीबीडी यूनिवर्सिटी प्रशासन
संदेश वाहक डिजिटल डेस्क/लखनऊ। बीबीडी यूनिवर्सिटी के हास्टल में रहने वाली करीब 70 छात्राएं शुक्रवार को रात का खाना खाने के बाद बीमार पड़ गयीं। फूड प्वायजनिंग का शिकार इन छात्राओं को आनन-फानन में चंदन हॉस्पिटल और राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मेस के खराब खाने की वजह से इन तमाम छात्राओं की हालत बिगड़ी। हालांकि बीबीडी यूनिवर्सिटी की तरफ से इस पूरे मामले को लगातार दबाने की कोशिश की जा रही है। जब इस मामले पर बीबीडी प्रशासन से बात की गई तो बताया गया कि इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है।
मामले की जांच के लिए टीम का गठन
वहीं लोहिया अस्पताल और चंदन हॉस्पिटल में उपचार के बाद इन तमाम छात्राओं को छुट्टी दे दी गई है। घटना के सामने आने के बाद फूड एंड ड्रग्स विभाग और जलकल की टीम मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल की। सीएमओ कार्यालय ने इस घटना को काफी गंभीरता से लिया है। सीएमओ डा. मनोज अग्रवाल ने इस पूरे मामले पर टीम का गठन करके मौके पर जांच के लिए भेजा।
बीबीडी यूनिवर्सिटी द्वारा छात्राओं की जान से किया जा रहा खिलवाड़
जांच में पता चला कि रोटी में खटास थी और गुलाब जामुन भी सड़े हुए थे और इन्हीं का बच्चों ने सेवन किया था जिसकी वजह से इन तमाम छात्राओं में फूड प्वाइजनिंग हुई। मौके पर पहुंची टीम ने जांच में पाया कि बीबीडी यूनिवर्सिटी द्वारा छात्राओं की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है।
मेस में खराब खाना दिया जाता है साथ ही हॉस्टल का आरओ वॉटर प्यूरिफायर भी खराब पाया गया। अभिभावकों का आरोप है कि बीबीडी यूनिवर्सिटी बच्चों के फीस के नाम पर तो मोटी रकम वसूलता है लेकिन बच्चों को सुविधाएं मुहैया नहीं कराई जाती और यही वजह है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन की लापरवही से लगभग 70 छात्राओं की जान खतरे में पड़ गयी।
क्या कहते हैं डिप्टी सीएमओ
सीएमओ कार्यालय द्वारा इस मामले की जांच का दायित्व डिप्टी सीएमओ डा. निशांत निर्वाण को सौंपा गया। उन्होंने कहा कि बीबीडी यूनिवर्सिटी द्वारा छात्राओं की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। रोटी में खटास थी और गुलाब जामुन भी खराब थे, इसके सेवन से ही छात्राओं की हालत बिगड़ी। जांच में ये भी पाया गया कि हॉस्टल में शुद्ध पानी की व्यवस्था भी नहीं है, हॉस्टल का आरओ प्यूरिफायर भी काफी समय से खराब है। सैंपल कलेक्ट कर जांच के लिए भेज दिए गए हैं। छात्राओं की जान से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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