6 गर्लफ्रेंड, दो पत्नी और 4 बच्चों ने गोंडा के जिला पंचायत सदस्य को बना दिया अपराधी!
Sandesh Wahak Digital Desk : छह गर्लफ्रेंड, दो पत्नी और चार बच्चों के भारी-भरकम खर्च के लिए गोण्डा का एक जिला पंचायत सदस्य अपराधी बन गया। जिसे लखनऊ के सरोजनी नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह नेपाल से नकली नोट लाकर उसे दोगुना करने का धंधा कर रहा था।
कमाई का कोई जुगाड़ नहीं था लेकिन 6 गर्लफ्रेंड, दो पत्नी और चार बच्चों का खर्चा संभालना था। इसके लिए गोण्डा जिले का जिला पंचायत सदस्य अपराध के दल-दल में उतर गया। लखनऊ में किराए पर कमरा लेकर धन दोगुना करने की जालसाजी करने लगा। ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र में 3 लाख का 6 लाख बनाने का झांसा देकर असली नगदी उड़ाने वाले गोण्डा के जिला पंचायत सदस्य को सरोजिनी नगर पुलिस ने रात में दबोच लिया।
लखनऊ में नकली नोट से धोखाधड़ी करने वाला गैंग
उसके दो अन्य साथी फरार हैं जिनकी तलाश में दबिश दी जा रही है। लखनऊ में नकली नोट से धोखाधड़ी करने वाले गैंग का पता सरोजिनी नगर पुलिस को चला। डीसीपी दक्षिण विनीत जायसवाल ने बताया कि उन्नाव जिले के असोहा निवासी धर्मेंद्र कुमार ने एक तहरीर देकर कुछ अज्ञात लोगों पर दो दिन पूर्व मुकदमा दर्ज कराया था। तहरीर में धर्मेंद्र ने पुलिस को बताया था कि उसके पास मोबाइल पर एक कॉल आई। कॉल करने वाले व्यक्ति ने मौके पर ही पैसे को दोगुना करने की बात कही।
यह भी कहा कि यह नकली नोट होंगे लेकिन हु-ब-हू असली की तरह हैं। ऐसे में खर्च करने में दिक्कत नहीं होगी। धर्मेंद्र का कहना है कि वह कॉल करने वालों के झांसे में आ गया। कॉल करने वालों ने लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र में सुनसान स्थान पर बुलाया। धर्मेंद्र वहां पर 3 लाख रूपये नगदी लेकर पहुंचा। धर्मेंद्र का कहना है कि उसे लग रहा था कि उसके तीन लाख कुछ देर में 6 लाख बन जाएंगे।
सरोजिनी नगर थाने में पीड़ित ने दर्ज कराया केस
ट्रांसपोर्ट नगर पहुंचने पर धर्मेंद्र को स्कार्पियो सवार तीन युवक मिले। उन लोगों ने 3 लाख रूपये असली नगदी लेकर 6 लाख का बंडल थमा दिया। धर्मेंद्र का कहना है कि बंडल को उसने घर पहुंच कर खोला तो ऊपर तो असली नोट लगे थे लेकिन अंदर नकली नोट और चिल्ड्रन बैंक की कतरन लगी हुई थी। इस पर धर्मेंद्र को अपने ठगे जाने का अहसास हुआ। धर्मेंद्र ने तत्काल सरोजिनी नगर थाने पहुंचकर पूरी घटना की जानकारी देते हुए केस दर्ज कराया।
डीसीपी दक्षिण विनीत जायसवाल ने बताया कि धर्मेंद्र के पास जिस नंबर से धोखाधड़ी करने वालों ने कॉल किया था, उस नंबर को सर्विलांस पर लगाया गया तो मोबाइल नंबर गोण्डा के जिला पंचायत सदस्य अजीत मौर्या का निकला। इसके बाद जहां पर स्कार्पियो सवार लोगों ने धर्मेंद्र से पैसे का लेन-देन किया था, वहां पर पहुंचकर सीसीटीवी कैमरे को खंगाला गया तो स्कॉर्पियो का भी नंबर गोण्डा जिले का निकला।
इस पर टीम गठित कर दबिश शुरू की गई तो बुधवार रात को गोण्डा के जलालपुर बुधनी बाजार निवासी जिला पंचायत सदस्य अजीत मौर्य को पीजीआई साउथ सिटी से गिरफ्तार कर लिया गया। डीसीपी ने बताया कि स्कॉर्पियो भी बरामद कर ली गई है। अजीत के दो साथी फरार हैं, जिनकी तलाश में छापेमारी चल रही है।
मंद पड़ी नेतागिरी तो शुरू किया धोखाधड़ी का धंधा
गोण्डा के जलालपुर बुधनी बाजार निवासी जिला पंचायत सदस्य अजीत मौर्य से जब सरोजिनी नगर पुलिस ने पूछताछ की तो पहले तो वह अपनी पहुंच और ताकत का एहसास करवाने लगा लेकिन जब आरोपी जिला पंचायत सदस्य अजीत ने देखा कि सारे सबूत उसके खिलाफ हैं, तो वह टूट गया। फिर अजीत अपना दुखड़ा पुलिस को सुनाने लगा।
अजीत ने बताया कि उसके 6 गर्लफ्रेंड, दो पत्नियां हैं और चार बच्चे हैं, लेकिन कमाई का कोई भी जरिया नहीं है। नेतागिरी भी नहीं चल पा रही है। ऐसे में मजबूरी में उसने धोखाधड़ी का धंधा शुरू किया और नोट दोगुना करने का लालच देकर लोगों को फंसा कर अपना खर्चा चला रहा था।
ऐसे फंसाता था शिकार
जिला पंचायत सदस्य अजीत मौर्य ने बताया कि वह किसी जान पहचान वाले व्यक्ति के पास नहीं जाता था बल्कि अपने मोबाइल से रेंडम मोबाइल नंबर मिलाकर लोगों से बातचीत करता था। लोग झांसे में आ जाते थे तो पहले उन्हें नकली बता कर कुछ असली नोट दे दिए जाते थे। झांसा में आने वाला व्यक्ति असली नोट को नकली समझ कर बाजार में खर्च करता था और वह नोट जब बाजार में चल जाते थे, तो उसे भरोसा हो जाता था।
इसके बाद जब वह फिर डिमांड करता था तो उससे बड़ी रकम की मांग की जाती थी। 1 लाख से ऊपर सौदा होता था। एक लाख के बदले 2 लाख रुपये की गड्डी बनाकर उसे थमा दी जाती थी। ऊपर दो-चार असली नोट होते थे और बीच में नकली नोट भरे रहते थे। नकली नोट का मामला होने के चलते अक्सर पुलिस के पास जाने से भी लोग कतराते थे। अजीत ने बताया कि वह पहली बार फंसा है।
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