लखनऊ एयरपोर्ट पर हिरासत से फरार हो गये 30 तस्कर, 8 कस्टम अफसरों पर गिरी गाज
Lucknow Crime News: अमौसी स्थित लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर कस्टम अफसरों की लापरवाही एक बार फिर साबित हुई है। सोने और विदेशी सिगरेट के 30 तस्कर एयरपोर्ट पर हिरासत से फरार हो गए। ये मामला इसलिए भी गंभीर है क्योंकि एयरपोर्ट की सुरक्षा सीआईएसएफ के अधीन है। ऐसे में भविष्य में कोई आतंकी अफसरों की ऐसी लापरवाही से फरार हो जाए तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए। हालांकि मामले में फजीहत के बाद सरोजिनीनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गयी है।
सवा तीन करोड़ की विदेशी सिगरेट व करीब 24 लाख की नकदी बरामद
पहले से मिली गोपनीय सूचना के बाद डीआरआई ने सोमवार सुबह शारजाह से आई इंटरनेशनल फ्लाइट 6ई 1424 से उतरे 36 यात्रियों को अचानक एयरपोर्ट पर रोका था। तलाशी में इनके पास साढ़े तीन करोड़ की 20 लाख 84 हजार विदेशी सिगरेट बरामद हुई। डीआरआई अफसरों की पूछताछ में यात्री बने इन तस्करों ने पेट में पेस्ट के रूप में तस्करी के सहारे छिपाकर लाये गए करोड़ों के सोने के राज उगल दिए। जिसके बाद डीआरआई अफसरों ने इनको हिरासत में ले लिया। इनके पास से 23.90 लाख रुपये नकद बरामद किये।
पेट में छुपाये थे करोड़ों का सोना
सूचना थी कि इन यात्रियों के पास करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये का सोने का पेस्ट है। कस्टम से जुड़े सूत्रों के मुताबिक नाटकीय ढंग से मंगलवार शाम एक तस्कर ने फिल्मी अंदाज में बीमारी का ड्रॉमा कर अफसरों को चकमा देने का प्रयास किया। डॉक्टरों के आने के बाद तस्करों ने काफी हो हल्ला शुरू कर दिया।
इसी दौरान आपाधापी में अफसरों और सीआईएसएफ के जवानों को धक्का देकर तस्कर भाग निकले। जिसके बाद एयरपोर्ट प्रशासन ने बुधवार को सरोजनीनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई। माना जा रहा है कि तस्कर रामपुर के रहने वाले थे। जहां से विदेशी सिगरेट की तस्करी का बड़ा रैकेट आपरेट किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि बीमार बताये जा रहे तस्कर समेत छह अन्य को सीआईएसएफ ने पकड़ लिया है।
आठ कस्टम अफसर हटाए, टर्मिनल प्रभारी मुख्यालय से संबद्ध, एयरपोर्ट पर नई टीम तैनात
मामले में फजीहत के बाद सीबीआईसी मुख्यालय ने बुधवार को एयरपोर्ट पर तैनात कस्टम के आठ अफसरों को तत्काल हटा दिया। वहीं टर्मिनल प्रभारी असिस्टेंट कमिशनर को मुख्यालय से संबद्ध करते हुए एयरपोर्ट पर दस नए कस्टम अफसरों की तैनाती की गयी है। लेकिन इतने बड़े काण्ड के बावजूद अभी तक जांच के नाम पर कोई भी बड़ा अफसर मुंह खोलने को तैयार नहीं है। साथ ही किसी को निलंबित भी नहीं किया गया है।
कस्टम अफसरों की घूसखोरी हो जाती बेनकाब!
डीआरआई की टीम ने मंगलवार को दोपहर में भागे 30 तस्करों को कस्टम अफसरों के सुपुर्द किया था। कस्टम अफसरों को अंदरखाने से डर था कि एयरपोर्ट पर लम्बे समय से जारी सोने और विदेशी सिगरेट की तस्करी के बड़े रैकेट का खुलासा न हो जाए। सूत्रों के मुताबिक तस्करों ने एयरपोर्ट पर कस्टम अफसरों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए घूसखोरी के संगीन आरोप भी लगाए थे।
सोना निकलवाने के लिये केला खिलाने का हुआ प्रयास
मंगलवार सुबह तस्करों को सुरक्षाकर्मियों ने दवा व केला खिलाने की कोशिश की तो इन लोगों ने मना कर दिया। तस्करों ने रोजा रखने और इफ्तारी के बाद खाने की बात कही। इफ्तारी के बाद तस्करों को कस्टडी में लेने के दौरान ये फरार हो गए। कस्टम अफसरों की इस कहानी पर किसी को विश्वास नहीं हो रहा है।