These Ayurvedic Remedies For Asthma In Winter: सर्दियों में बढ़ सकती है अस्थमा की समस्या, इन 3 आयुर्वेदिक उपायों से मिलेगा तुरंत आराम
These Ayurvedic Remedies For Asthma In Winter: अस्थमा एक गंभीर सांस की बीमारी है, जिसमें सांस की नलियों में सूजन हो जाती है, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है। सर्दियों का मौसम अस्थमा के मरीजों के लिए विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण होता है। ठंडा और सूखा मौसम सांस की नलियों को अधिक संवेदनशील बना सकता है, जिससे खांसी, सीने में जकड़न, सांस फूलना और गले में कफ जमने जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। आयुर्वेद में अस्थमा के लक्षणों को कम करने के लिए कई प्रभावी उपाय बताए गए हैं।
1. तुलसी का सेवन
तुलसी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो रेस्पिरेटरी ट्रैक में जमा कफ को दूर करने में सहायक हैं। 5-10 तुलसी की पत्तियों को पानी में उबालकर शहद मिलाकर पिएं। दिन में एक या दो बार इस काढ़े का सेवन करने से सांस की नली की सूजन कम होती है और खांसी से राहत मिलती है। इसके अलावा, रोजाना 5-6 तुलसी की पत्तियों को चबाने से भी लाभ मिलता है।
2. मुलेठी का उपयोग
मुलेठी में कफ को शांत करने वाले गुण होते हैं, जिससे अस्थमा के मरीजों को गले में जमा कफ से राहत मिलती है। 1/2 चम्मच मुलेठी चूर्ण को शहद या गुनगुने पानी में मिलाकर दिन में एक या दो बार सेवन करें। यह फेफड़ों की सूजन को कम करने और खांसी से आराम दिलाने में सहायक है। चाहें तो मुलेठी का उपयोग चाय में भी कर सकते हैं। चाय बनाते समय इसमें मुलेठी चूर्ण डालें और इसे कुछ देर उबालें।
3. अदरक का सेवन
अदरक अस्थमा के मरीजों के लिए एक रामबाण औषधि है। यह श्वसन तंत्र को मजबूत करता है और सांस की नलियों को खोलने में मदद करता है। अदरक की चाय बनाने के लिए एक छोटा टुकड़ा अदरक पानी में उबालें, इसमें शहद और नींबू का रस मिलाकर पिएं। इसके अलावा, अदरक का ताजा रस निकालकर उसमें शहद मिलाकर पीने से भी अस्थमा के लक्षणों में तेजी से राहत मिलती है।