Lucknow Crime: लखनऊ में पेट्रोल बम और फायरिंग मामले में वांछित 2 बदमाश गिरफ्तार

Sandesh Wahak Digital Desk: लखनऊ पुलिस ने एक रिटायर्ड फौजी के घर पर पेट्रोल बम फेंककर आगजनी और जानलेवा हमले के मामले में दो वांछित अपराधियों को गिरफ्तार किया है। यह घटना 15/16 दिसंबर 2024 की रात कृष्णानगर थाना क्षेत्र के अलीनगर सुनहरा इलाके में हुई थी।

पीड़ित मनोज कुमार की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। घटना में अभियुक्तों ने पहले पीड़ित पर फायरिंग की और फिर उनके घर में पेट्रोल बम फेंककर आगजनी की। जांच में पता चला कि मुख्य अभियुक्त मोहम्मद समीम और उसके साथी योगेश यादव ने यह अपराध अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया।

मुकदमा से सम्बन्धित गिरफ्तार अभियुक्त मो. समीम ने पूछताछ में बताया गया कि अभियुक्त समीम अपने साथी योगेश और अन्य के साथ मिलकर चोरी व नकबजनी की घटनाएं करने में शामिल हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि बदमाश योगेश एक शातिर किस्म का अपराधी है, जो पहचान छिपाने के उद्देश्य से फर्जी आधार कार्ड बनाकर थाना क्षेत्र कृष्णानगर में किराये पर रह रहा था। इसके द्वारा विभिन्न मुकदमों अलग-अलग नाम पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य से बताये जाते हैं।

पुलिस ने अभियुक्त मोहम्मद समीम और उसके साथी आकाश गौतम को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 315 बोर का तमंचा, दो खोखा कारतूस, दो जिंदा कारतूस, और एक चारपहिया वाहन बरामद किया गया है।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि योगेश यादव और मो. समीम का अपने पड़ोसी वादी मुकदमा मनोज मिश्रा (जो भूतपूर्व सैनिक है व वर्तमान में विधानसभा में सिक्योरिटी का काम करते हैं) से पेन्टर को ले जाने को लेकर विवाद हुआ था, जिस पर योगेश और मो. समीम द्वारा वादी मुकदमा मनोज कुमार पर जान से मारने की नीयत से फायर कर मौके से अपने अन्य साथी के साथ फरार हो गए। इसके बाद दोबारा अपने साथी आकाश के साथ मनोज के घर आकर पेट्रोल बम फेंक कर आगजनी की गयी। जिसके बाद समीम अपने अन्य साथी सूरज के साथ अलग-2 मोटर साइकिल से सीतापुर भाग गये थे।

अपराधियों का इतिहास

मोहम्मद समीम:

  • समीम के खिलाफ 23 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
  • ये मामले चोरी, नकबजनी, बलात्कार, आगजनी, और आर्म्स एक्ट से संबंधित हैं।
  • समीम 18 जून 2020 से 23 अगस्त 2024 तक जेल में बंद रहा।

आकाश गौतम:

  • आकाश के खिलाफ 10 मुकदमे दर्ज हैं।
  • इनमें चोरी, नकबजनी और वाहन चोरी के मामले शामिल हैं।

योगेश यादव:

  • योगेश उर्फ विक्रम के खिलाफ 13 मुकदमे दर्ज हैं।
  • ये मामले पाक्सो एक्ट, चोरी, और नकबजनी के हैं।

पुलिस की कार्रवाई

पुलिस के अनुसार, अभियुक्तों ने अपराध के बाद अलग-अलग स्थानों पर भागने का प्रयास किया। पुलिस ने अपराधियों को लखनऊ के बुद्धेश्वर इलाके और सीतापुर जिले से गिरफ्तार किया। घटना में प्रयुक्त चारपहिया वाहन को भी बरामद कर लिया गया है। गिरफ्तारी अभियान में कृष्णानगर पुलिस और साउथ जोन की स्वाट/सर्विलांस टीम शामिल रही। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से एक बड़ी आपराधिक साजिश का पर्दाफाश हुआ। घटना में शामिल सभी अपराधियों को जल्द ही कानून के दायरे में लाने के लिए प्रयास जारी हैं।

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