Kanpur News: महाकुंभ के जल से कानपुर जेल के 1950 कैदियों ने किया स्नान, प्रशासन की हुई सराहना

Kanpur News: एक ओर प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में आस्था की डुबकी लाखों करोड़ों श्रद्धालुओं ने लगाई है. और ये सिलसिला अभी जारी है. हालांकि, अब सरकार की मंशा है कि वो भी महाकुंभ का हिस्सा बने जो यहां नहीं पहुंच सकते.
इसी मंशा के चलते अब यूपी सरकार ने जेल में बंद बंदियों को भी महाकुंभ के पवित्र जल में स्नान करने का मौका दिया है.
दरअसल, प्रयागराज समेत प्रदेश के सभी जेल जो प्रदेश में स्थित हैं, उन सभी जेलों में जल भरकर भेजा गया है. और इसी जल को जेल के एक नांद में भरे हुए पानी मे मिला दिया जाएगा और उसके बाद उस पवित्र जल से जेल के कैदी और वहां काम करने वाले कर्मचारी जो महाकुंभ में नहीं जा सकते हैं.
उन्हें इस पवित्र जल से स्नान करने और महाकुंभ की अनुभूति करने का मौका दिया गया है. जिसके चलते कानपुर जेल में बंद 1950 कैदी इस स्नान का हिस्सा बने हैं.
1950 कैदियों ने किया महाकुंभ स्नान
कानपुर जिला कारागार के अलावा प्रदेश के अन्य सभी जेल में बंद कैदियों की भी मंशा थी कि, उन्हें भी 144 साल बाद पड़ने वाले महाकुंभ में स्नान कराया जाए. लेकिन जेल मैनुअल के अनुसार ये संभव नहीं था.
लेकिन जेल में बंद कैदियों के इच्छा को जेल अधिकारियों के माध्यम से सरकार तक पहुंचाया गया. जिसके बाद जेल मंत्री दारा सिंह और डीजी जेल ने इस इच्छा पर अहम फैसला लिए और महाकुंभ के स्नान में बंदियों को शामिल करने का खाका तैयार किया.
जिसमें योजन बनाई गई कि प्रयागराज से पवित्र जल को प्रदेश की अलग अलग जेल में पहुंचाया जाए और फिर कलश पूजन के उपरांत इस जल को अन्य जल में मिलाकर जेल में बंद कैदियों को उस जल से स्नान करने का मौका दिया जाए. ऐसे में सभी कैदी बिना महाकुंभ जाए भी पुण्य उसका आंनद उठा सकें.
क्या बोले जेल अधीक्षक?
इसको लेकर जेल अधीक्षक बी.डी पांडे ने कहा कि इस व्यवस्था की जेल में बंद कैदियों ने सराहना की उनकी इच्छा को सरकार और जेल प्रबंधन ने स्वीकार किया. इसके लिए सभी कैदी खुश थे. वहीं, जेल अधीक्षक ने बताया कि प्रयागराज से इस जल को लाया गया है. और जेल के अंदर एक नांद बनाई गई है.
महाकुंभ से लाए गए कलश का पूजन जेल के अंदर ही किया जाएगा और उसके बाद इसमें मौजूद पवित्र महाकुंभ के जल को नांद में भरे पानी में मिलकर उस जल से बंदियों को और जेल में मौजूद कर्मियों को स्नान कराया जाएगा.
इस तरह की व्यवस्था कैदियों की इच्छा को समझकर सरकार ने ये फैसला लिया है, जिसे जेल में बंद कैदी खूब सराहा रहे हैं. अब जेल में रहते हुए कैदियों ने भी महाकुंभ के जल में आस्था की डुबकी लगाई है.