Baba Siddique Murder Case: बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में हुई 10वीं गिरफ्तारी, शूटरों को दिलाया था हथियार

Baba Siddique Murder: एनसीपी के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी के हत्या के मामले में पुलिस ने अब 10वें आरोपी को दबोच लिया है. नवी मुंबई के बेलापुर से बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में एक और आरोपी को मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अरेस्ट किया है.

Baba Siddique Murder

आपको बता दें कि 32 वर्षीय आरोपी भागवत सिंह राजस्थान के उदयपुर का रहने वाला है. सूत्रों के मुताबिक, आरोपी भागवत सिंह बाबा सिद्दीकी पर हमले के दिन तक मुंबई के बीकेसी इलाके छिपा हुआ था.

पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने आरोपी भागवत सिंह को 26 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड में भेजने का आदेश दिया है.

आपको बता दें कि पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर की दशहरे की रात को मुंबई के बांद्रा इलाके में उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर गोली मार दी थी. गोली लगने के बाद उन्हें लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां उनकी मौत हो गयी थी.

आरोपियों ने सिद्दीकी से मांगे थे 50 लाख

Baba Siddique Murder

इससे पहले पुलिस ने पांच आरोपियों को अरेस्ट किया था. पुलिस ने बताया था कि इन आरोपियों ने हत्या से एक दिन पहले बाबा सिद्दीकी से 50 लाख रुपये की डिमांड की थी. लेकिन बाबा सिद्दीकी ने रुपए देने से इनकार किया था. उसके बाद बाबा सिद्दीकी के रसूख को देखते हुए आरोपी भी पीछे हट गए थे.

पुलिस का कहना है कि मुंबई के विभिन्न इलाकों के रहने वाले पांचों आरोपियों का काम शूटरों को रसद सहायता प्रदान करना था. इसके लिए उन्हें 5 लाख रुपये का भुगतान भी किया था. उनकी पहचान संभाजी किसान पारधी , प्रदीप दत्तू थोम्ब्रे, चेतन दिलीप पारधी नितिन गौतम सप्रे और राम फुलचंद कनौजिया के रूप में हुई थी. सप्रे डोंबिवली का. वहीं, पारधी, थोम्ब्रे और पारधी ठाणे जिले के अंबरनाथ का रहने वाला था.

लॉरेंस बिश्नोई गैंग का कनेक्शन आया सामने

Baba Siddique Murder

पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि सप्रे के नेतृत्व वाले मॉड्यूल ने बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए मध्यस्थ से 50 लाख रुपये मांगे थे. लेकिन यह बात नहीं बनी और वे लोग पीछे हट गये थे.

पुलिस का कहना है कि सप्रे के नेतृत्व वाला मॉड्यूल गोलीबारी तक मास्टरमाइंड मोहम्मद जीशान अख्तर और साजिशकर्ता शुभम लोनकर से लगातार संपर्क में था.

लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए मध्यस्थ के तौर शुभम और अख्तर ने क्या काम किया था? पुलिस इसकी तहकीकात कर रही है. पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि शुभम लोनकर ने पैसे मुहैया कराकर आरोपियों के बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर किए थे.

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